You are currently viewing Aditya L1 Mission in Hindi – पूरी जानकारी सबसे पहले

Aditya L1 Mission in Hindi – पूरी जानकारी सबसे पहले

आज वो दिन आ गया है जिसका सबको इंतजार था सबकी निगाहें इसी एक पल के ऊपर थी। जब पहली बार आदित्य एल1 को सूर्य के पास उसकी जांच पड़ताल के लिए भेजा जाएगा। इस आर्टिकल Aditya L1 Mission in Hindi में आदित्य L1 से जुड़ी सभी जानकारी प्रदान की जाएगी। जो आपकी यूपीएससी, एसएससी और बाकी करंट अफेयर के लिए भी पढ़ सकते है। 

आदित्य एल1 से जुड़े कई ऐसे सवाल है जिसके बारे में सभी लोग जानना चाहते जिसमें कुछ सवाल ऐसे हैं कि – 

  • आदित्य l1 मिशन में l1 क्या है ?
  • आदित्य एल1 कब तक पहुंचेगा ?
  • आदित्य एल1 सूर्य तक कैसे पहुंचेगा ?

हमारी वेबसाइट एजुकेशन और एग्जाम की जानकारी देने के उद्देश्य से बनाई गई है। और इस आर्टिकल के जरिए हम अपने सभी स्टूडेंट को Aditya L1 Mission in Hindi के बारे में बताना चाहते हैं। जिससे कि आने वाली परीक्षाओं में आदित्य एल1 से जुड़े काफी सवाल का ज्ञात हो सके। 

आदित्य एल1 2nd September. 2023 को सुबह 11:50 AM लांच कर दिया जाएगा। इसके अलावा एल1 के ऊपर एग्जाम में जो एमसीक्यू आ सकते हैं उसके बारे में हमने पहले बता दिया तो उसको भी आप नीचे दिए गए लिंक पर देखें – Aditya L1 MCQ with Answer

Aditya L1 Mission Details in Hindi

Mission NameAditya L1
Launch Date2nd Sept, 2023
Launch Time11:50 MA
Rocket NamePSLV – C57 

Aditya L1 क्या है ?

आखिर क्यों रखा गया इसका नाम आदित्य एल1? क्यों किसी और नाम को नहीं चुना गया और एल1 पॉइंट पर ही हम इसको क्यों भेज रहे हैं? तो यहां पर मैं बता दूं की आदित्य एल1 में जो आदित्य है उसका अर्थ सूर्य और जो एल1 है उसको लैंग्वेज पॉइंट कहा जाता है। बाकि विस्तार में समझने के लिए पूरा लेख जरूर पढ़े।  

आदित्य l1 मिशन में l1 क्या है ?

सिर्फ 1 पॉइंट को चुनने के पीछे ऐसा क्या डालें जो आम जनता नहीं जानकारियों साइंटिस्ट ने केवल एल्बम पॉइंट को ही चुना एल्बम को भेजने के लिए बाकी  L1, L2, L3, L4, L5 पॉइंट तो होते हैं। 

एल्बम पॉइंट लैंग्वेज पॉइंट होता है यह बोल लैंग्वेज पर जहां पर पृथ्वी का ग्रेविटेशनल फोर्स समाप्त हो जाता है।और सूरज की ग्रेविटेशनल फोर्स शुरू हो जाती है। 

अगर दूरी की बात करें तो पृथ्वी से 1500000 किलोमीटर की दूरी पर एल्बम पॉइंट पाया जाता है और वहीं पर सूरत से अलवर की दूरी की बात करें तो यह ज्यादा करो 14 cr 15 lakh किलोमीटर दूर पड़ता है। 

आदित्य एल1 का उद्देश्य क्या है ? आदित्य l1 मिशन क्यों शुरू हुआ ?

आइये अब आदित्य एल्बम को भेजने के पीछे का सबसे बड़ा उद्देश जान लेते हैं ? ऐसी क्या जरूरत पड़ गई सेंटिस्कोर्च उनको यह फैसला लेना पड़ा। 

आदित्य एल्बम का काम होगा सूरत से निकलने वाली जो गर्म हवाएं और गर्मी होगी उसकी study करेगा। 

सोलर वायुमंडल को समझने की कोशिश करेगा। 

जब भी कोई सोलर तूफान आता है तो उसके पीछे क्या कारण होता है उसको जानेगा। 

धरती के वायुमंडल पर solar लाइनों का क्या प्रभाव पड़ता है उसकी study करेगा। 

आदित्य L1 कब तक पहुंचेगा ?

इसका जवाब आप ऐसे समझिये कि पृथ्वी से सूर्य की दूरी है वह 1500000 किलोमीटर की है अब 1500000 किलोमीटर कोई एक या 2 महीने में तो पूरा नहीं किया जा सकता। ऐसे में आदित्य L1 को सूर्य तक पहुंचने में करीब 3 से 4 महीने का समय लग सकता है। 

आदित्य एल1 सूर्य तक कैसे पहुंचेगा ?

आदित्य एल1 को साइंटिस्ट PSLV – C57 के राकेट से सूर्य तक भेजेंगे। लेकिन जो आदित्य L1 होगा उसे सूर्य की सतह पर नहीं भेजा जाएगा बल्कि वहां पर सूर्य के सामने एक L1 Point पर रखा जाएगा। जहां पर रहकर आदित्य एल्बम सूर्य में होने वाली सभी गति को रिकॉर्ड करेगा। 

क्या आदित्य एल1 सूरज की रोशनी से जलेगा नहीं ?

जी नहीं दोस्तों आदित्य एल1 को सूरज की किरणों से कोई भी नुकसान नहीं होगा क्योंकि जिस पॉइंट यानी की एल्बम पर इसको रखा जाएगा वह सूरज से 14 cr 15 lakh km की दूरी पर होगा। जिससे सूरज की किरणों से नुकसान नहीं पहुंचा पाएंगे और अगर चल भी गया तो उसको ज्यादा नुकसान नहीं पड़ेगा। 

निष्कर्ष

यदि पूरी जानकारी aditya l1 mission in hindi के बारे में। आज तक जितने भी स्टूडेंट हु इस आर्टिकल को जरूर पढ़ें करंट अफेयर के तौर पर भी आपकी काफी मदद कर सकता है। यदि आप Aditya L1 Mission MCQ’s को भी लगाना चाहते हैं तो उसका लिंक भी ऊपर दिया है। आप जरूर प्रयास करें। 

Leave a Reply